छत्तीसगढ़, भारत का एक खूबसूरत राज्य, अपनी सांस्कृतिक विविधता और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए जाना जाता है। इस राज्य का एक अद्वितीय और रोमांचक हिस्सा है बस्तर, जो कि छत्तीसगढ़ का एक प्रमुख जिला है। हम हाल ही में बस्तर, छत्तीसगढ़ के इस अद्वितीय क्षेत्र की यात्रा पर गए और इस पोस्ट में हम आपके साथ जिला बस्तर के इस अद्भुत क्षेत्र की जानकारी साझा करेंगे।
बस्तर छत्तीसगढ़ की पूरी यात्रा मार्गदर्शिका ( Complete Travel Guide to Bastar Chhattisgarh). इस पोस्ट में जानें जिला बस्तर के बारे में और अपनी यात्रा की योजना बनाएं। यह आपकी यात्रा को आसान बनाएगा।
Table of Contents
Beautiful Bastar Chhattisgarh | बस्तर, छत्तीसगढ़
बस्तर छत्तीसगढ़ का एक अद्वितीय और रंगीन जिला है, जो अपने प्राकृतिक सौंदर्य और सांस्कृतिक धरोहर के लिए जाना जाता है। जिला बस्तर, छत्तीसगढ़ का यह क्षेत्र ‘सतरंगी बस्तर’ के नाम से प्रसिद्ध है, जहाँ की विविधता और रंगीनता अद्वितीय हैं। बस्तर डिविजन ( Bastar Division) के अंतर्गत आने वाला यह जिला बस्तर – छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक राजधानी ( Bastar – Cultural Capital of Chattisgarh) के रूप में जाना जाता है।
यहाँ का हर कोना, चाहे वह बस्तर के हरे-भरे वन हो या यहाँ की बस्तर ट्राइब्स कल्चर ( Bastar tribes culture), एक अलग ही दुनिया का अहसास कराता है। बस्तर के जंगल, जिसे बस्तर फॉरेस्ट (Bastar forest) के नाम से जाना जाता है, यहाँ की वनस्पति और जीव-जंतुओं का घर हैं। आसपास के राज्य, जैसे कि ओडिशा और मध्य प्रदेश, बस्तर की समृद्धि और विविधता में चार चाँद लगाते हैं।
जिला बस्तर (District Bastar) का मुख्यालय जगदलपुर यहाँ की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक गतिविधियों का केंद्र है। यहाँ की पारंपरिक कला, शिल्प, और त्योहार इस क्षेत्र की विशेषता को उजागर करते हैं। बस्तर की जनजातीय संस्कृति भी यहाँ की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को दर्शाती है, जो पर्यटकों को एक अद्वितीय अनुभव प्रदान करती है।
बस्तर छत्तीसगढ़ का यह अद्भुत जिला न केवल अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि यहाँ की सांस्कृतिक धरोहर भी इसे खास बनाती है। बस्तर डिविजन (Bastar division) का यह क्षेत्र बस्तर – छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक राजधानी ( Bastar – Cultural Capital of Chattisgarh) के रूप में जाना जाता है, जहाँ की विविधता और परंपराएँ अद्वितीय हैं। यहाँ के हरे-भरे वन और स्थानीय जनजातियाँ बस्तर की सांस्कृतिक विशेषता को दर्शाती हैं। बस्तर के जंगल, बस्तर फॉरेस्ट (Bastar forest), एक अद्भुत पारिस्थितिकी तंत्र को संरक्षित करते हैं।
यहाँ की परंपराओं, कला और शिल्प के साथ-साथ बस्तर की खूबसूरत प्रकृति पर्यटकों को आकर्षित करती है। बस्तर के त्योहार और स्थानीय कलाएँ इस क्षेत्र की सांस्कृतिक पहचान को बनाए रखती हैं। जिला बस्तर (District Bastar) के पर्यटन स्थल, जैसे कि चित्रकूट जलप्रपात और कांगेर घाटी, यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता को और भी बढ़ाते हैं। बस्तर की जनजातीय संस्कृति, उनके रंगीन वस्त्र और शिल्प, इस क्षेत्र की सांस्कृतिक विविधता को उजागर करते हैं। बस्तर छत्तीसगढ़ का एक प्रमुख और आकर्षक स्थल है, जो हर यात्रा प्रेमी को अपनी ओर खींचता है।
About Bastar Chhattisgarh – History of Bastar | बस्तर छत्तीसगढ़ – बस्तर का इतिहास
बस्तर छत्तीसगढ़ का एक ऐतिहासिक जिला है, जो लगभग 1324 ईस्वी में स्थापित हुआ था। यह क्षेत्र प्राचीन काल में एक प्रिंसली राज्य था और इसकी ऐतिहासिक महत्वता बहुत अधिक है। बस्तर, जिसे ‘दंडकारण्य’ भी कहा जाता है, वह प्रसिद्ध वन क्षेत्र है जिसके माध्यम से भगवान राम ने अपने वनवास के दौरान यात्रा की थी। यहां पर वाल्मीकि का आश्रम भी खोजा गया है।
बस्तर को छत्तीसगढ़ का ‘कश्मीर’ भी माना जाता है। यहां की ठंडी हवाएं, हरित वन और सांस्कृतिक धरोहर इसे एक आदर्श स्थल बनाते हैं। जगदलपुर इस जिले का मुख्यालय है और इसे यहाँ की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर के लिए जाना जाता है। बस्तर की अद्भुत सुंदरता और सांस्कृतिक समृद्धि इसे पर्यटकों के लिए एक आकर्षक स्थल बनाती है।
Tribes of Bastar Chhattisgarh| Bastar Tribes | बस्तर छत्तीसगढ़ की जनजातियाँ
बस्तर छत्तीसगढ़ का एक विविधतापूर्ण जनजातीय क्षेत्र है, जिसमें कई अद्वितीय जनजातियाँ निवास करती हैं:
- गोंड (Gond)
- भिल्ल (Bhilla)
- मुरिया (Muria)
- सहरिया (Sahariya)
- द्रांग (Drang)
- कोरवा (Korwa)
Language spoken in Bastar – Local Languages | बस्तर में बोले जाने वाली भाषाएँ – स्थानीय भाषाएँ
बस्तर में विभिन्न जनजातियों के लोग विभिन्न भाषाओं का उपयोग करते हैं। यहाँ की स्थानीय भाषाएँ हैं:
- गोंडी (Gondi) – गोंड जनजाति द्वारा बोली जाती है।
- हलबी (Halbi) – हल्बी जनजाति द्वारा बोली जाती है।
- भिली (Bhili) – भिल्ल जनजाति द्वारा बोली जाती है।
- सहरिया (Sahariya) – सहरिया जनजाति द्वारा बोली जाती है।
Greetings in local language: Namaskar – जुआर 🙏🏻 (Juar)
What is Bastar Chhattisgarh famous for? | बस्तर छत्तीसगढ़ किस लिए प्रसिद्ध है?
बस्तर छत्तीसगढ़ में निम्नलिखित चीज़ों के लिए प्रसिद्ध है:
- बस्तर दशहरा (Bastar Dussehra) – बस्तर का यह दशहरा देशभर में प्रसिद्ध है और इसकी भव्यता और रंगीनता अनूठी होती है।
- कांगेर घाटी (Kanger Valley) – यहाँ के सुरम्य जलप्रपात और हरित वन पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देते हैं।
- बस्तर की हस्तशिल्प (Bastar Handicrafts) – यहाँ की कला और शिल्प जैसे धातु कला और लकड़ी की नक्काशी बहुत प्रसिद्ध हैं।
- महुआ (Mahua) – यह पारंपरिक पेय बस्तर की सांस्कृतिक पहचान है।
- सतरंगी बस्तर (Satrangi Bastar) – बस्तर की विविधता और रंगीनता इस क्षेत्र को विशिष्ट बनाते हैं।
Crops in Bastar Region | बस्तर क्षेत्र में उगाए जाने वाले फसलें
बस्तर क्षेत्र की कृषि समृद्ध है और यहाँ पर निम्नलिखित फसलें उगाई जाती हैं:
- धान (Paddy)
- इमली (Tamarind)
- काजू (Cashew)
- मक्का (Maize)
- गेहूं (Wheat)
- ज्वार (Jowar)
- कोदो-कुटकी (Kodo-Kutki)
- चना (Gram)
- तूर (Tur)
- उड़द (Urad)
- तिल (Sesame)
- राम तिल (Ram Sesame)
- सरसों (Mustard)
Chhattisgarh is the rice bowl of India | छत्तीसगढ़ भारत का चावल का कटोरा है
Local Food Of Bastar Chhattisgarh | बस्तर के स्थानीय खाद्य पदार्थ
बस्तर के स्थानीय खाद्य पदार्थ अद्वितीय और स्वादिष्ट हैं:
- चिला (Chila) – एक प्रकार की दाल की चपाती, जो यहाँ की पारंपरिक डिश है।
- फरह (Farha) – चावल से बनी एक स्वादिष्ट डिश।
- सुअर का मांस (Pork) – स्थानीय रूप से तैयार किया गया और मसालेदार।
- हांड़ी (Handia) – एक पारंपरिक चावल का पेय।
- सल्फी (Salfi) – एक प्रकार की विशेष भाजी।
- महुआ (Mahua) – एक पारंपरिक शराब, जो बस्तर की संस्कृति का हिस्सा है।
Bastar Forest – Vegetation in Bastar Forest | बस्तर वन – बस्तर वन में वनस्पति
बस्तर के घने और हरे-भरे जंगल – Bastar Forest विविध प्रकार की वनस्पतियों और वृक्षों से भरे हुए हैं:
- साल (Sal)
- तेक (Teak)
- सिर्सा (Sirsa)
- बिजासल (Bijasal)
- कुसुम (Kusum)
- पलास (Palas)
- महुआ (Mahua)
- इमली (Imli)
- तेंदू (Tendu)
- हर्रा (Harra)
- कन्हा (Kanha)
- सलाई (Salai)
- अचार (Achar)
- धोवरा (Dhowara)
- भुलरा (Bhulra)
- रोहनी (Rohni)
- आमला (Amla)
- खैर (Khair)
- समर (Samar)
Festivals Celebrated in Bastar Chhattisgarh | बस्तर में मनाए जाने वाले त्योहार
बस्तर में निम्नलिखित प्रमुख त्योहार मनाए जाते हैं:
- बस्तर दशहरा (Bastar Dussehra) – यह विश्व प्रसिद्ध त्योहार बस्तर की सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहर को प्रदर्शित करता है।
- छेरछेरा (Cherchera) – एक स्थानीय त्योहार जो ग्रामीण जीवन की खुशी और समृद्धि का प्रतीक है।
- भगवान जगन्नाथ का रथयात्रा (Rath Yatra of Lord Jagannath) – एक प्रमुख धार्मिक उत्सव जिसमें बस्तर के लोग पूरे उत्साह से भाग लेते हैं।
- विवाह उत्सव (Marriage Festivals) – विभिन्न जनजातियों के विवाह उत्सव भी यहाँ की सांस्कृतिक विविधता को दर्शाते हैं।
- नवाखाना महोत्सव (Navakhai Tihar) – एक महत्वपूर्ण त्योहार ( like Sankranti) जो खासकर फसलों की कटाई और नए धान के स्वागत के अवसर पर मनाया जाता है।
Bastar Art And Craft | बस्तर की कला और शिल्प
बस्तर की कला और शिल्प उसकी सांस्कृतिक विरासत का अभिन्न हिस्सा हैं:
- Dhokra Art | ढोकरा कला – धातु कला (Metal Art) – बस्तर की पारंपरिक धातु कला, जिसमें विशेष रूप से कांस्य की मूर्तियों का निर्माण होता है।
- Bastar Tribal Wooden Craft | बस्तर काष्ठ शिल्प – लकड़ी की नक्काशी (Wood Carving) – बस्तर की लकड़ी की नक्काशी, जो सुंदर और जटिल डिज़ाइन के लिए प्रसिद्ध है।
- Gond Painting | गोंड पेंटिंग – गोंड जनजाति की विशेष पेंटिंग तकनीक, जिसमें जीवित रंगों और प्राकृतिक पैटर्न का उपयोग किया जाता है।
Top Attractions Of Bastar Chhattisgarh | बस्तर छत्तीसगढ़ के आकर्षण | सतरंगी बस्तर
बस्तर के पर्यटक आकर्षण में शामिल हैं:
- चित्रकूट जलप्रपात | Chitrakote Falls – इंद्रावती नदी पर स्थित यह प्राकृतिक जलप्रपात जिसे कुछ लोग ‘भारत का नायग्रा’ – Niagara of India कहते हैं, बस्तर का प्रमुख आकर्षण है। चित्रकूट जलप्रपात, सतरंगी बस्तर की अद्वितीय सुंदरता को और भी बढ़ाता है।
- तिरथगढ़ जलप्रपात | Tirathgarh Falls – यह जलप्रपात अपने अद्वितीय और आकर्षक गिरावट के लिए प्रसिद्ध है।
- तमड़ा घुमार | Tamda Ghumar – यह एक खूबसूरत प्राकृतिक स्थल है, जो हरे-भरे परिदृश्य और शांत वातावरण के लिए जाना जाता है।
- चित्रधारा जलप्रपात | Chitradhara Falls – हरे-भरे जंगलों और चट्टानी इलाके में स्थित यह दृश्यात्मक जलप्रपात पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देता है।
- मेंदरी गुमार जलप्रपात | Mendri Gumar Waterfall – चित्रकूट जलप्रपात की ओर जाते समय स्थित यह मौसमी जलप्रपात एक खूबसूरत स्थल है।
- कैलाश और कोटुमसर गुफाएँ | Kailash and Kotumsar Caves – ये गुफाएँ ठंडी और परिवार के साथ आनंददायक अनुभव के लिए प्रसिद्ध हैं।
- नारायणपाल मंदिर | Narayanpal Temple – यह मंदिर अपने सांस्कृतिक, ऐतिहासिक, और आध्यात्मिक महत्व के लिए जाना जाता है।
- बस्तर पैलेस | Bastar Palace – जिसे जगदलपुर पैलेस भी कहा जाता है, यह जगदलपुर में स्थित एक ऐतिहासिक महल है।
- कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान | Kanger Valley National Park – यहाँ के सुंदर जलप्रपात और वन्य जीवन इसे बस्तर का प्रमुख पर्यटक स्थल बनाते हैं।
- दलपत सागर | Dalpat Sagar – एक लोकप्रिय कृत्रिम झील, जो क्षेत्रीय सौंदर्य और मनोरंजन का केंद्र है।
Best Time To Visit Bastar in Chhattisgarh, India | छत्तीसगढ़, भारत में बस्तर जाने का सबसे अच्छा समय
बस्तर की यात्रा के लिए सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च तक होता है। इस दौरान मौसम सुहावना और ठंडा होता है, जिससे यात्रा करना बहुत आरामदायक होता है। विशेष रूप से बस्तर दशहरा, जो कि सितंबर-अक्टूबर में मनाया जाता है, इस समय पर यात्रा करने से आपको बस्तर की सांस्कृतिक विविधता और उत्सवों का अद्वितीय अनुभव मिलेगा।
Bastar District Map
How To Reach Bastar Chhattisgarh | बस्तर छत्तीसगढ़ कैसे पहुंचे
बस्तर छत्तीसगढ़ का एक महत्वपूर्ण जिला है और यहाँ यात्रा करने के लिए कई विकल्प उपलब्ध हैं:
- वायु मार्ग: बस्तर का सबसे नजदीकी एयरपोर्ट जगदलपुर में स्थित है, जो कि रायपुर से लगभग 300 किलोमीटर दूर है। रायपुर एयरपोर्ट से टैक्सी या बस के माध्यम से बस्तर पहुँचा जा सकता है।
- रेल मार्ग: बस्तर रेलवे स्टेशन जगदलपुर में स्थित है, जो कि छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। यहाँ पर नियमित ट्रेन सेवाएं उपलब्ध हैं।
- सड़क मार्ग: रायपुर, दुर्ग, और अन्य प्रमुख शहरों से बस्तर के लिए सड़क मार्ग से यात्रा की जा सकती है। यहां अच्छी सड़कें और बस सेवाएँ उपलब्ध हैं।
Where To Stay In Bastar Chhattisgarh | बस्तर में कहाँ ठहरें
बस्तर में ठहरने के लिए कई विकल्प उपलब्ध हैं:
- रात्री विश्राम गृह (Rest Houses) – स्थानीय प्रशासन द्वारा संचालित ये विश्राम गृह आरामदायक और सुविधाजनक होते हैं।
- होटल्स (Hotels) – बस्तर में विभिन्न बजट के होटल्स उपलब्ध हैं, जो कि सभी आवश्यक सुविधाएँ प्रदान करते हैं।
- गेस्ट हाउस (Guest Houses) – यहां पर निजी गेस्ट हाउस भी उपलब्ध हैं, जो शांतिपूर्ण वातावरण और घर जैसा अनुभव प्रदान करते हैं।
- होमस्टे (Homestays) – स्थानीय संस्कृति का निकट से अनुभव करने के लिए होमस्टे एक बेहतरीन विकल्प है, जो पारंपरिक और आत्मीयता से भरी आवास व्यवस्था प्रदान करता है।
Bastar Chhattisgarh FAQs | बस्तर छत्तीसगढ़ FAQs
इस अनुभाग में हम बस्तर छत्तीसगढ़ -Bastar Chhattisgarh से संबंधित सामान्य प्रश्नों के उत्तर प्रदान करेंगे, ताकि आपकी यात्रा को और भी सहज और सुगम बनाया जा सके।
बस्तर छत्तीसगढ़ में मौसम कैसा होता है?
बस्तर में मुख्यतः उष्णकटिबंधीय जलवायु पाई जाती है, जिसमें गर्मी के मौसम में उच्च आर्द्रता और ठंडी सर्दियाँ होती हैं।
बस्तर में यात्रा करने के लिए सबसे अच्छा समय क्या है?
अक्टूबर से मार्च तक का समय बस्तर की यात्रा के लिए सबसे अच्छा होता है।
बस्तर में कौन-कौन सी प्रमुख जनजातियाँ निवास करती हैं?
गोंड, भिल्ल, मुरिया, सहरिया, द्रांग, और कोरवा प्रमुख जनजातियाँ हैं।
बस्तर के प्रमुख पर्यटक स्थल कौन से हैं?
चित्रकूट जलप्रपात, कांगेर घाटी, और बस्तर संग्रहालय प्रमुख स्थल हैं।
बस्तर में कौन-कौन सी भाषाएँ बोली जाती हैं?
गोंडी, हलबी, भिली, और सहरिया प्रमुख भाषाएँ हैं।
बस्तर में मुख्य खाद्य पदार्थ कौन से हैं?
चिला, फरह, सुअर का मांस, और महुआ यहाँ के प्रमुख खाद्य पदार्थ हैं।
बस्तर के वनस्पति में कौन-कौन से वृक्ष पाए जाते हैं?
साल, तेक, महुआ, इमली, और तेंदू प्रमुख वृक्ष हैं।
बस्तर में कौन-कौन से त्योहार मनाए जाते हैं?
बस्तर दशहरा, छेरछेरा, और रथयात्रा प्रमुख त्योहार हैं।
बस्तर में क्या-क्या कला और शिल्प प्रसिद्ध हैं?
धातु कला, लकड़ी की नक्काशी, और गोंड पेंटिंग प्रमुख कला और शिल्प हैं।
बस्तर की यात्रा के दौरान कहाँ ठहरा जा सकता है?
यहाँ पर होटल्स, गेस्ट हाउस, और विश्राम गृह ठहरने के लिए उपलब्ध हैं।
हमने बस्तर छत्तीसगढ़ के इस अद्भुत और विविधतापूर्ण क्षेत्र की यात्रा की और उसकी सुंदरता, सांस्कृतिक धरोहर, और जनजातीय जीवन का अनुभव किया। बस्तर का हर कोना, उसकी वनस्पति, और उसका इतिहास इसे एक विशेष स्थल बनाते हैं। यहाँ की रंगीन संस्कृति, विविध खाद्य पदार्थ, और आदिवासी कला इस क्षेत्र को यात्रा के लिए आदर्श बनाते हैं। हमें आशा है कि आप हमारे इस पोस्ट से बस्तर की यात्रा की योजना बनाएंगे और यहाँ के अद्भुत अनुभव का आनंद लेंगे।
हमारी यात्रा बस्तर के जिला प्रशासन के आमंत्रण पर हुई थी। हमारे विशेष धन्यवाद जिला कलेक्टर श्री विजय दयाराम और उनकी टीम को जिन्होंने हमें बस्तर और उसकी समृद्ध संस्कृति, धरोहर और सुंदरता से परिचित कराया।
हमारे साथ एक अन्वेषण और प्रेरणा की यात्रा पर निकलें! हमारे ब्लॉग के माध्यम से भारत की सुंदरता, इतिहास और जीवंत संस्कृति को जानें। हमारे जीवंत सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स — इंस्टाग्राम और एक्स (पूर्व में ट्विटर) — पर हमसे जुड़ें, जहां आप अपने विचार साझा कर सकते हैं, बातचीत कर सकते हैं, और उत्साही चर्चाओं का हिस्सा बन सकते हैं।
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